जीवन में पौष्टिक भोजन का विशेष महत्व-बंशीधर तिवार

देहरादून।
शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में चल रहे पीएम पोषण कार्यक्रम के तहत बनाये जाने वाले भोजन की स्वच्छता को लेकर भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा बनाये गए मानकों पर चर्चा के लिए देहरादून के निजी होटल में मानक मंथन प्रोग्राम का आयोजन किया गया।
इस दौरान सरकारी-गैर सरकार स्कूलों-कॉलेजों में विद्यार्थियों को दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता में सुधार और उसमें पोषक तत्वों की मात्रा को बढ़ाने को लेकर छात्रों और अन्य विशेष अतिथि गणों के साथ चर्चा हुई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा महानिदेशक एवं सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बेहद जरूरी है ताकि स्कूलों में मानकों के अनुसार पोष्टिक आहार बच्चों को उपलब्ध कराया जा सके। तिवारी ने कहा कि भोजन में गुणवत्ता बहुत जरूरी है ,ताकि हमारा स्वास्थ्य सही रह सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी सामाजिक जिम्मेदारियां को निभाएं। उन्होंने स्वच्छ शहर, स्वच्छ गांव की अपील करते हुए कहा कि हमें गीला कूड़ा सुखा कूड़ा को अलग-अलग करके कूड़ा गाड़ी में डालना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन में भोजन का बहुत महत्व है। भोजन पौष्टिक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन में खुश रहना चाहिए हमें दूसरों को भी खुशी बांटनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि स्कूल कॉलेज में साफ सुथरी रसोई बनाने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने मानक मंथन कार्यक्रम की तारीफ करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में भविष्य में आंगनबाड़ी केंद्रों को भी जोड़ा जाए।
तिवारी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा स्कूल कॉलेज में बच्चों के भोजन के लिए सुंदर स्वच्छ रसोई बनाने के लिए धन राशि उपलब्ध कराने की एक बड़ी योजना बनाई है।
बीआईएस के निदेशक सौरभ तिवारी ने बताया कि भोजन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए हर मुमकिन प्रयास किये जा रहे हैं और इस योजना को धरातल पर जल्द उतारने का काम किया जाएगा। खाद्य सुरक्षा के उपायुक्त गणेश कांडपाल ने कहा कि स्कूलों में बनाए जाने वाले खाने को और अधिक पौष्टिक कैसे बनाया जाए उस विषय पर भी इस कार्यक्रम में चर्चा की गई है।
यह कार्यक्रम खाद्य विभाग, शिक्षा विभाग, भारतीय मानक ब्यूरो विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था।

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